Monday, 30 November 2020

गुरु नानक देव जयंति



 गुरु नानक देव जयंति कि हार्दिक शुभकामनाएं ।

सन 1469 ई में लाहौर के ननकाना साहिब (वर्तमान पाकिस्तान में) में गुरु नानक देव जी का प्रकाश हुआ । सिख-धर्म के संस्थापक श्री गुरु नानक देव जी के आगमन के समय देश जटिल समस्याओं से घिरा था। 

समाज में अंधविश्वासों, कर्मकांडों एवं बाह्य आडंबरों का बोलबाला था ।समय की आवश्यकता को भांप कर ही उन्होंने 15वीं शताब्दी उत्तरार्द्ध में सिख-धर्म की नींव डाली।

तत्कालीन समाज में व्याप्त हर अन्याय के खिलाफ वे डट कर खड़े रहे। न सिर्फ अपने संदेशों और सिद्धांतों को प्रतिपादित किया, बल्कि व्यावहारिक रूप में अपने उपदेशों पर चल कर लोगों को प्रेरित किया।

नानक नाम जहाज है, चढ़ै सो उतरे पार।

संसार के भवसागर में श्री गुरुनानक जी के उपदेश एक जहाज की तरह हैं, जो हमें डूबने से बचा सकते हैं।

तीन मुख्य सिद्धांत

गुरु जी के जीवन के तीन मुख्य सिद्धांत थे -

नाम जपना : सच्चे मन से ईश्वर की स्तुति करना ही नाम जपना कहलाता है।

किरत करना : मेहनत एवं ईमानदारी की कमाई करने को ही किरत करनी का दर्जा दिया गया है।

वंड छकना : दीन-दुखियों की सहायता करना, बांट कर खाना ही वंड छकना है।




Saturday, 14 November 2020

Children's Day Wishes


Every year since the year 1964, Nov 14 is celebrated as Children’s day in India. The day marks the birth anniversary of Pandit Jawaharlal Nehru, fondly remembered as Chacha Nehru. Pandit Jawaharlal Nehru was India's first Prime Minister. His love for children earned him the title "Chacha Nehru". His birth anniversary - November 14, is celebrated as Children’s Day in the country as a tribute to his contribution towards the development of the nation and his love for children. 






Diwali Celebration and Wishes

 Diwali Celebration Meet was organised in class V on 12 November 2020 to celebrate the auspicious occasion of Deepavali. Students celebrated the festival of lights with enthusiasm by participating in Master Chef - Edible Diya making Activity. 






Edible diya by Angel